The Single Best Strategy To Use For Chalawa ki dahshat ek succhi kahani

इधर मैं अपने दोस्तों के साथ मिल का छुट्टियों का भरपूर मजा ले रहा हूं, दिन भर गांव में आवारागर्दी करना, खेलना, नहाने के लिए नदी में जाना, वहां बैठ कर हिसर, किंगोड़ा, तूंगा, तिमला( जंगली फल) आदि फल खूब खाते हैं, इसी तरह दिन गुजर रहे हैं।

गांव के मर्द खेतों से खरपतवार को हटा रहे हैं और खेतों में आग लगा कर झाड़- झंकड़ को साफ करने में लगे हैं।

तभी हवा में, अचानक से ठंड पहले से और ज्यादा बढ़ गयी थी। मैंने सोचा नीचे घर में जाया जाये तो जैसे ही मैं अपने घर में जाने लगा। मैंने देखा कि उस आदमी का कद अचानक से बढ़ने लगा है।

इधर गांव में सभी महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग डरे परेशान उस ओर देखे जा रहे थे। मैं बहुत डरा हुआ था, अपनी दादी से चिपका हुआ था, और पूछ रहा था कि दादी क्या हुआ, तो दादी ने बताया कि गांव का एक जवान लड़का ऊपर पहाड़ वाले खेत पर "गोट" पर था, तो उसे "भूत" गांव की "केरी"की ओर ले जा रहा है, जहां उसकी जिंदगी खतरे में है। गांव के सभी लोग उसे बचाने उन खेतों की ओर भागे हैं। ये सुनकर मेरी तो जान ही निकल गई।

ठेकेदार—(दुखी मन से)बिटिया इसमें गलती इनकी नहीं।मेरी गलती है।मैं ही पैसों के लालच में पेड़ों को कटवा .

ये घटना जब भी मेरे जहन में आती है तो मेरे आंखों के सामने फिर से वही परिदृश्य घूमने लगता है कि क्या वास्तव में ऐसा कुछ आज के जमाने में भी संभव है, आज इस घटना को ३० साल से ज्यादा का समय हो गया है पर लगता है कल की ही बात हो।

ये एक सच्ची घटना पर आधारित कहानी है, पहाड़ों में आज भी भूनी हुई किसी भी चीज को खुले में, अनजानी जगहों पर, रात में या कहीं जंगलों में खाने के लिए मना किया जाता है, ऐसा कहा जाता है कि ऐसा करने पर छलावा (भूत) उसे छल लेता है।

उस आदमी को उस समय आदमी समझना सबसे बड़ी मूर्खता थी। वो धीरे-धीरे एक घर जितना बड़ा हो गया था।

हतप्रद थे कि कौन गिरीश भाई ले जाएगा और क्यूं ? आखिर माजरा क्या है ? सभी गफलत में थे, उधर बुजुर्ग, लड़कों के साथ मिल कर मशाल बना रहे थे, और जल्दी जल्दी उसे रोकने के लिए कह रहे थे। मशाल बनने के बाद सभी बड़े लड़के मशाल जला कर उस दिशा की ओर भागे जहां से आवाज आ रही थी।

मैं तेजी से नीचे आया और कंबल ओढ़ कर सो गया। सुबह मैंने ये बात अपने घर वालों को बताई तो किसी ने भी मेरा विश्वास नहीं किया, सिवाय मेरी दादी के।

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गांव के बुजुर्गो ने सभी बड़े लड़कों से मशाल बनाने और उस ओर जाने के लिए कहा जिधर से शोर आ रहा था। किसी ने बताया कि शोर उस ऊपर वाले खेत में जो गोट लगी है वहीं से हुत हूत की आवाज आ रही है। किसी ने बताया कि वो गोट तो गिरीश की है,और शायद वो मुसीबत में है।

Chalawa is supernatural Tale of the youthful Female named Sawera that's possessed by beginning by a Chalawa (a sort of supernatural demon) owning the power of betrayal and illusion. Her father Aamir experienced died before her birth but little did she realize that Professor Hamdani was guiding the betrayal who Alternatively gave the impression to be a savior to her mom Mahnoor earlier in her childhood soon after he "assisted" dispose of the Chalawa named Sarnash from Sawera.[3]

बात उन दिनों की है जब मैं अपनी बहनों के साथ सर्दियों की छुट्टियां मनाने अपने गांव गया हुआ था। मेरी ही तरह और बच्चे भी गांव आए हुए थे।गांव में सर्दियों में काफी चहल पहल हो जाती है। गांव में काफी भीड़ भाड़ और उत्सव जैसा माहौल हो जाता है, हर तरफ शोर, हल्ला गुल्ला, बच्चों की उधम चौकड़ी से ऐसा लगता है, जैसे गांव फिर से जी उठा हो। ऐसा नहीं है कि गांव में लोग नहीं है, पर जो है वो अपने कार्यों में व्यस्त रहते हैं। धान और भुट्टा (मक्काई) कट चुका है और गेंहू की बुआई के लिए खेत तैयार हो रहे हैं। खेतों में जगह जगह गोबर का ढेर लगाया जा रहा है, गांव के लोग आज कल बहुत व्यस्त हैं, बच्चे महिलाएं सभी गोबर उठा उठा कर खेतों में ले जा रहे हैं, ताकि खेतों को ज्यादा खाद मिल सके।

इस आस के संग उसने अपने घायल तन-मन को समझाने के साथ अपने अनियंत्रित विचारों को झटकने का प्रयत्न किया .

सुनीता चुप रह गई । बाद में वह पूर्वा के कमरे में गई और बोली, ‘‘सौरी बेटा, आज तूने। . read more

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